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राजधानी को जाम से मुक्ति दिलाएंगे 16 नए ट्रैफिक थाने, सड़क हादसों पर भी लगेगा ब्रेक

  • लेखक की तस्वीर: संवाददाता
    संवाददाता
  • 7 अक्टू॰
  • 2 मिनट पठन

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लखनऊ की सड़कों को जाम से राहत दिलाने और सड़क हादसों की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एक बड़ी पहल की जा रही है। यातायात पुलिस ने शहर में 16 नए ट्रैफिक थाने स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार कर यातायात निदेशालय को भेजा है। मंजूरी मिलते ही इस पर अमल शुरू हो जाएगा।

प्रस्ताव के अनुसार, ये थाने उन मार्गों पर बनाए जाएंगे जहां जाम और सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं सबसे अधिक होती हैं। इसके साथ ही आगरा एक्सप्रेसवे, कानपुर हाईवे, सुल्तानपुर हाईवे, अयोध्या, रायबरेली और सीतापुर हाईवे जैसे प्रमुख रूटों पर ट्रैफिक थाने खोलने को प्राथमिकता दी गई है, क्योंकि इन मार्गों पर जाम और हादसों की आशंका ज्यादा रहती है।

राजधानी में ट्रैफिक जाम लंबे समय से बड़ी समस्या बनी हुई है। साथ ही, सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है, जिससे लोगों की जान जा रही है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह नई पहल की गई है।

अब लोकल थानों पर निर्भरता नहींवर्तमान में कमिश्नरेट व्यवस्था में ट्रैफिक पुलिस ही यातायात नियंत्रण का जिम्मा संभालती है, जबकि थानों की पुलिस केवल सहयोग करती है। लेकिन पुलिसकर्मियों की कमी के चलते यह चुनौतीपूर्ण हो जाता है। ट्रैफिक थाने बनने के बाद यातायात नियंत्रण का दायरा स्पष्ट होगा और पुलिस बल की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, जिससे जाम नियंत्रण में आसानी होगी।

हादसों पर त्वरित कार्रवाईनए ट्रैफिक थानों से हाईवे पर दुर्घटनाओं की रोकथाम और त्वरित पुलिस प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सकेगी। इससे न केवल सड़क सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि शहर के भीतर भी यातायात प्रबंधन अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा।

डीसीपी ट्रैफिक कमलेश कुमार दीक्षित ने बताया कि यातायात निदेशालय की ओर से प्रस्ताव मांगा गया था। टीम गठित कर शहर का विस्तृत सर्वे किया गया, जिसमें 16 ट्रैफिक थानों की आवश्यकता सामने आई। प्रस्ताव भेज दिया गया है और निदेशालय जल्द आगे की प्रक्रिया शुरू करेगा।

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