top of page

नकाब के पीछे बैंक मैनेजर का फर्जीवाड़ा, दूसरों के कागज़ों पर कराता था लोन; तीन साथियों संग गिरफ्तार

  • लेखक की तस्वीर: ब्यूरो
    ब्यूरो
  • 15 सित॰
  • 2 मिनट पठन

ree

लखनऊ में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की जानकीपुरम शाखा के मैनेजर गौरव सिंह पर फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है। गौरव अपने तीन साथियों के साथ मिलकर दूसरों के दस्तावेजों पर फर्जी तरीके से ऑटो और मुद्रा लोन दिलवाकर ठगी कर रहा था। यूपी एसटीएफ ने शनिवार रात सुशांत गोल्फ सिटी के न्यू हजरतगंज अपार्टमेंट से चारों आरोपियों को दबोच लिया।

एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम ने बताया कि हजरतगंज नरही निवासी कारोबारी राज बहादुर गुरुंग ने अपने परिचित इंद्रजीत सिंह की मदद से यूनियन बैंक, जानकीपुरम शाखा में लोन के लिए आवेदन किया था। लेकिन लोन स्वीकृत नहीं हुआ। इसके बाद इंद्रजीत और उसके सहयोगियों ने राज बहादुर के हस्ताक्षरयुक्त दस्तावेजों का दुरुपयोग करते हुए 28 अप्रैल 2023 को 9.80 लाख रुपये का मुद्रा लोन और 10 मई 2023 को 15 लाख रुपये का कार लोन निकाल लिया। शिकायत पर जांच हुई तो मामले में शाखा प्रबंधक गौरव सिंह की संलिप्तता सामने आई।

शनिवार रात कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने बैंक मैनेजर गौरव सिंह (विकासनगर निवासी), नावेद हसन (ठाकुरगंज), अखिलेश तिवारी (तालकटोरा) और इंद्रजीत सिंह (ठाकुरगंज) को गिरफ्तार किया। गौरव मूल रूप से कानपुर के बिधनू के खेरसा गांव का रहने वाला है, जबकि इंद्रजीत उन्नाव के हसनगंज नंदौली गांव का निवासी है। गौरव बीटेक और एमबीए डिग्रीधारी है। नावेद और अखिलेश इंटर पास हैं जबकि इंद्रजीत बीए स्नातक है।

चार लग्जरी गाड़ियां जब्त छापेमारी में एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों से लिए गए लोन पर खरीदी गई बीएमडब्ल्यू, बलेनो, मारुति फ्रॉन्ज और महिंद्रा सुप्रो समेत चार कारें बरामद कीं। इसके अलावा पांच मोबाइल, एक कंप्यूटर, फर्जी आधार कार्ड की कॉपी, दो ड्राइविंग लाइसेंस, लोन से जुड़े दस्तावेज, दो चेकबुक, एक प्रिंटर और 750 रुपये नकद भी मिले हैं।

टिप्पणियां


Join our mailing list

bottom of page