उत्तर प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज: लखनऊ-कानपुर में रातभर झमाझम बारिश, ओलावृष्टि की चेतावनी जारी
- ब्यूरो
- 22 मई
- 3 मिनट पठन

उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बुधवार देर रात राजधानी लखनऊ, कानपुर और आसपास के कई जिलों में तेज बारिश और आंधी ने दस्तक दी। हवाओं की रफ्तार ने 50 किमी प्रति घंटे तक की गति पकड़ी, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह बदलाव अरब सागर और भूमध्य सागर से उठने वाली नम हवाओं के चलते हुआ है, जिससे प्रदेश में प्री-मानसून गतिविधियों की शुरुआत मानी जा रही है।
कानपुर-बुंदेलखंड में तेज हवाएं और बारिश
बुधवार रात 12 बजे के बाद कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हुई। लगभग 45 मिनट में 14 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आगामी 30 मई तक प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश और तेज आंधी का सिलसिला जारी रह सकता है। कुछ क्षेत्रों में ओले पड़ने की भी संभावना जताई गई है।
राजस्थान-दिल्ली से शुरू हुआ असर, यूपी में भी दिखाई दिया प्रभाव
मंगलवार से ही राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हवाओं का रुख बदलने लगा था, जिसके असर से वहां दोपहर से ही ओलावृष्टि और बारिश हुई। यह प्रणाली धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ी और बुधवार को यूपी के कई जिलों को प्रभावित किया। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एस.एन. सुनील पांडेय के अनुसार, नमी में वृद्धि के चलते यह बदलाव आया है और इसे प्री-मानसून की शुरुआत माना जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि बारिश से खेतों में सतह तक पानी भर गया, जबकि तेज आंधी से आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
दिन में उमस, रात में राहत
बुधवार को दिन के समय अधिकतम तापमान भले ही सामान्य से 2 डिग्री कम रहा हो, लेकिन उमस और गर्म हवाओं ने लोगों को बेहाल कर दिया। मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। दिन में बादल छाए रहेंगे, गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होगी, लेकिन उमस से राहत नहीं मिलेगी।
अरब सागर का चक्रवात और मानसून की रफ्तार
अरब सागर में बन रहे चक्रवात के कारण मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली नम हवाएं प्रदेश के मौसम को लगातार प्रभावित कर रही हैं। हालांकि इससे तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा और राहत की बजाय उमस का असर ज्यादा महसूस होगा।
प्रदेश में दो तरह के मौसम के दृश्य
उत्तर प्रदेश में इस समय दो भिन्न मौसमीय स्थितियां देखने को मिल रही हैं। एक ओर तराई और पूर्वी हिस्सों में पूर्वा हवाओं के साथ हल्की बारिश और ओलावृष्टि हो रही है, वहीं दूसरी ओर बुंदेलखंड और दक्षिणी जिलों में पछुआ गर्म हवाओं से लू जैसी स्थिति बनी हुई है। बांदा, झांसी जैसे जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है।
ओले और तेज हवाओं का अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को बहराइच, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, सीतापुर, गोंडा जैसे जिलों में ओलावृष्टि और तेज हवाओं का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कुछ इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की चेतावनी दी गई है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, 22 से 24 मई के बीच प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में पूर्वा हवाओं की तीव्रता के साथ गरज-चमक और हल्की बारिश का विस्तार होगा। कई जिलों में बिजली गिरने की भी संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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