अमेठी की फैक्ट्री में करंट लगने से सुपरवाइजर की मौत, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
- संवाददाता
- 7 अप्रैल
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संवाददाता | अप्रैल 7, 2025
अमेठी (जगदीशपुर): रविवार रात अमेठी के जगदीशपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक पाइप फैक्ट्री में कार्यरत सुपरवाइजर रमन तिवारी की ड्यूटी के दौरान करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब वह नाइट शिफ्ट में ओवन (भट्ठी) के पास काम कर रहा था। करंट की चपेट में आने से वह बुरी तरह झुलस गया और मौके पर ही बेहोश हो गया।

घटना के बाद उसे तत्काल 108 एंबुलेंस से सीएचसी जगदीशपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रमन तिवारी थाना इन्हौना क्षेत्र के चिलौली गांव का रहने वाला था और पिछले कई वर्षों से फैक्ट्री में कार्यरत था।
घटना के बाद फैक्ट्री प्रबंधन पर उठे सवाल
हादसे के बाद मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। परिजनों ने आरोप लगाया कि फैक्ट्री प्रबंधन ने घटना की जानकारी देने में लापरवाही बरती और इसे दबाने की कोशिश की। इसके चलते घटना के कई घंटे बाद तक परिजनों को सूचना नहीं दी गई।
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने सीएचसी पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी। तिलोई के पूर्व ब्लॉक प्रमुख कृष्ण कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने भी परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की।
सुरक्षा इंतजामों पर खड़े हुए सवाल
घटना ने फैक्ट्री में मौजूदा सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों का कहना है कि यदि सुरक्षा मानकों का पालन किया गया होता, तो यह हादसा टल सकता था। लोगों की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए।
अनाथ हुए दो मासूम बच्चे
रमन तिवारी की मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनकी पत्नी चंचल तिवारी बेसुध हैं और दो मासूम बेटे—11 वर्षीय अरनव और 4 वर्षीय शिवाय—अपने पिता को हमेशा के लिए खो चुके हैं। रमन ही परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति और भी दयनीय हो गई है।
पुलिस कर रही है जांच, तहरीर का इंतजार
थानाध्यक्ष अभिनेष कुमार ने बताया कि घायल श्रमिक को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अभी तक इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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