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IAS अभिषेक प्रकाश और निकांत जैन की मुश्किलें बढ़ीं, जल्द ED की एंट्री संभव

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    ब्यूरो
  • 24 मार्च
  • 2 मिनट पठन

ब्यूरो | मार्च 24, 2025


लखनऊ: यूपी में हाई-प्रोफाइल कमीशनखोरी के मामले में निलंबित IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश और गिरफ्तार बिचौलिये निकांत जैन की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) जल्द इस मामले में जांच शुरू कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक, ED लखनऊ पुलिस से दर्ज एफआईआर की प्रति लेकर उसका अध्ययन करेगी और पुलिस की जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

अभिषेक प्रकाश और निकांत जैन

क्या है पूरा मामला?

एसएईएल सोलर पी6 प्राइवेट लिमिटेड ने यूपी में सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने के लिए 7,000 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया था। आरोप है कि इन्वेस्ट यूपी के अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने के लिए 5% कमीशन (350 करोड़ रुपये) की मांग की थी। मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया गया और लखनऊ पुलिस ने निकांत जैन को गिरफ्तार कर लिया।


निकांत जैन और अभिषेक प्रकाश पर बढ़ा शिकंजा

पुलिस निकांत जैन और उनकी कंपनियों के बैंक खातों की जांच कर रही है। उनकी कॉल डिटेल के आधार पर अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है। वहीं, निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश के खिलाफ विजिलेंस जांच कराए जाने की तैयारी है।


लखनऊ डिफेंस कॉरिडोर घोटाले में भी अभिषेक प्रकाश पर सवाल

अभिषेक प्रकाश पहले से ही लखनऊ डिफेंस कॉरिडोर में भूमि अधिग्रहण घोटाले के आरोपों में घिरे हैं। राजस्व परिषद की 83 पन्नों की रिपोर्ट में उन्हें जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, तत्कालीन डीएम के रूप में उन्होंने सरकारी धन के अनियमित भुगतान की अनुमति दी, जिससे शासन को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।

अब ED की संभावित जांच से इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।


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