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10 करोड़ की साइबर ठगी में 15 गिरफ्तार, चीन से जुड़े तार; दुबई में छिपा गिरोह का सरगना

  • लेखक की तस्वीर: संवाददाता
    संवाददाता
  • 14 जून
  • 2 मिनट पठन

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रेड्डी अन्ना एप के जरिये देशभर में करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस गैंग के संबंध चीन के साइबर अपराधियों से जुड़े हैं। पुलिस गिरोह के सरगना गन्नी की तलाश कर रही है, जो वर्तमान में दुबई में छिपा हुआ बताया जा रहा है। पुलिस गन्नी को भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।

डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने बताया कि गिरोह के पकड़े गए 15 आरोपियों में सबसे ज्यादा बिहार से हैं, जबकि एक आरोपी मध्य प्रदेश का रहने वाला है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है, जो अभी भी बिहार और मध्य प्रदेश में सक्रिय हैं।

गिरोह देश के विभिन्न शहरों में फर्जी दफ्तर खोलकर ठगी का जाल फैला रहा था। इस ठगी के पीछे चीन के साइबर अपराधियों का हाथ होने की आशंका है, जिनका मकसद भारत की आर्थिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाना है। गिरोह के सदस्य कई संदिग्ध चीनी एप्स का इस्तेमाल कर रहे थे।

पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किए हैं, जिनकी जांच कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद की जाएगी। इन उपकरणों के डेटा एनालिसिस से गिरोह के नेटवर्क, बैंक खातों और ठगी की पूरी रणनीति का खुलासा होने की उम्मीद है। इसके आधार पर खातों को सीज करने की प्रक्रिया भी की जाएगी।

पूरा मामला क्या है? साइबर थाना, साइबर सेल और पीजीआई थाने की संयुक्त टीम ने गुरुवार को वृंदावन योजना स्थित एक फ्लैट में छापेमारी कर इस बड़े साइबर फ्रॉड का भंडाफोड़ किया था। गिरोह लोगों को गेमिंग एप और निवेश के नाम पर मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगता था। अब तक 10 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की पुष्टि हो चुकी है। पुलिस गिरोह के बाकी सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय लिंक की जांच में जुटी है।

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