ब्यूरो | फरवरी 5, 2025
लखनऊ: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में करोड़ों की ठगी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने लखीमपुर जिले के गोला गोकर्णनाथ स्थित एसबीआई शाखा के तत्कालीन फील्ड ऑफिसर संजीव यादव की ₹1.53 करोड़ की सात संपत्तियां जब्त कर ली हैं। इनमें गाजीपुर, संभल और वाराणसी स्थित आवासीय भूखंड के साथ-साथ मुरादाबाद की कृषि भूमि भी शामिल है।

कैसे हुआ घोटाला?
ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि संजीव यादव और अन्य अधिकारियों ने फर्जी तरीके से 47 कैश क्रेडिट/टर्म लोन खातों की लिमिट बढ़ाकर ₹6.82 करोड़ का गबन किया। यह मामला जनवरी 2020 में सामने आया था, जब बैंक की आंतरिक जांच में पता चला कि जून 2018 से 31 दिसंबर 2019 के बीच यादव ने बिना उच्च अधिकारियों की अनुमति के खातों की कैश क्रेडिट लिमिट बढ़ाई और रकम निकाल ली।
सीबीआई और ईडी की संयुक्त जांच
इस घोटाले के उजागर होने के बाद एसबीआई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद संजीव यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। बाद में सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया। सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की।
अब, ईडी और सीबीआई दोनों इस घोटाले की तह तक जाने में जुटे हैं, जिससे यह पता लगाया जा सके कि इस वित्तीय गड़बड़ी में और कौन-कौन शामिल था।
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