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Writer's pictureसंपादकीय

सीताफल के उपयोग

विनोद यादव | नवंबर 15, 2024


सीताफल (Custard Apple) जिसे कई इलाकों में शरीफ़ा भी कहते है। उत्तर भारत के अनेक इलाकों में लोग इसे लोग कद्दू भी कहते हैं|


सीताफल का छिलका मल्टीविटामिन का काम करता है | इसके छिलकों को साफ धो लें, धूप में रखकर सुखा लें, और जब ये पूरी तरह से सूख जाएं तो इन्हें मिक्सर में ग्राइंड करके इसका पाउडर तैयार कर लें |

 
सीताफल
 

सीताफल के छिलकों के 1 पाव (250 ग्राम) पाउडर को 5 किलो गेहूं के आटे में मिला लें। ये पाउडर अनेको गुड़ों से भरपूर है | इसमें तमाम तरह के माइक्रो और मैक्रो न्यूट्रीएंट्स पाए जाते हैं| इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इस गेहूं और सीताफल के पाउडर के मिक्स से बहुत ही स्वादिष्ट और सेहतमंद रोटियां भी बनायीं जाती हैं।


इसके अलावा इस पाउडर को एक चम्मच फांकने से एक मल्टीविटामिन कैप्सूल के बराबर का फायदा मिलता है |


इसके पाउडर से मंजन करने पर दांतो से जुड़ी समस्याएं जैसे पायरिया और मुँह से बदबू में फायदा मिलता है |


शरीर पर चोट लग जाए, खून बह रहा है या मवाद बन आए घाव को जल्दी सुखाना हो, तो सीताफल के छिलकों का पाउडर एकदम अचूक दवा है। घाव पर लगा दीजिये इस पाउडर को, इसमें पाया जाने वाला कंपाउंड टैनिन घाव को जल्दी भरने में मदद करता है।


यही पाउडर आधा चम्मच दिन में 2 से 3 बार दे दीजिये, दस्त, डायरिया रोकने के लिए भी जबरदस्त कारगर है।

 

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