संवाददाता | फरवरी 14, 2025
संभल। जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी में जुटा हुआ है। अब तक 76 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, लेकिन एक संदिग्ध की पहचान नहीं हो सकी है। इस व्यक्ति को सीसीटीवी फुटेज में भीड़ को इशारा करते हुए देखा गया है।
पुलिस ने आरोपी की पहचान कराने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर उसके फोटो वाले पोस्टर चिपकाए हैं। साथ ही सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखने और इनाम देने की घोषणा भी की गई है।

कैसे हुई हिंसा?
24 नवंबर को जामा मस्जिद में चल रहे सर्वे के दौरान भारी भीड़ एकत्र हो गई थी। इस दौरान पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया और कई उपद्रवियों को गिरफ्तार किया।
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ संदिग्ध
हिंसा के बाद पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इनमें एक व्यक्ति भीड़ को इशारा करता हुआ नजर आ रहा है, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी थी। अब पुलिस ने उसकी तस्वीर सार्वजनिक कर पहचान के लिए मदद मांगी है।
सूचना देने पर इनाम
थाना प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार तोमर ने बताया कि हिंसा में शामिल कई लोग अब भी अज्ञात हैं। ऐसे में संदिग्ध व्यक्ति की पहचान के लिए उसके पोस्टर शहरभर में लगाए गए हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी को इस व्यक्ति के बारे में जानकारी हो, तो तुरंत सूचित करें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा और इनाम भी दिया जाएगा।
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