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संभल की जामा मस्जिद में हाई कोर्ट के आदेश पर रंगाई-पुताई शुरू, एएसआई कर रहा निगरानी

  • लेखक की तस्वीर: संपादक
    संपादक
  • 16 मार्च
  • 2 मिनट पठन

संवाददाता | मार्च 16, 2025


संभल की जामा मस्जिद में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद रंगाई-पुताई का कार्य शुरू हो गया है। इस काम की निगरानी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) कर रहा है, जबकि खर्चा मस्जिद प्रबंध कमेटी वहन करेगी। हाई कोर्ट ने 12 मार्च को सुनवाई के दौरान मस्जिद कमेटी की याचिका पर पुताई की अनुमति दी थी।

जामा मस्जिद

एएसआई की निगरानी में शुरू हुआ कार्य

रविवार को एएसआई की देखरेख में मस्जिद की दीवारों पर सफेदी का काम शुरू किया गया। पहले दिन करीब 9-10 मजदूर इस कार्य में जुटे, और पश्चिमी दीवार पर सफेदी की गई। हालांकि, इस दौरान एएसआई का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था।


कोर्ट ने दिया था एक सप्ताह का समय

मस्जिद प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष जफर अली एडवोकेट ने बताया कि कोर्ट ने एक सप्ताह के भीतर सफेदी का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था, जिसमें से तीन दिन बीत चुके हैं। समयसीमा को देखते हुए मजदूरों की संख्या बढ़ाने की योजना है। यदि तय समय में कार्य पूरा नहीं होता, तो न्यायालय से अतिरिक्त समय मांगा जाएगा।


रंग को लेकर विवाद बेबुनियाद: कमेटी

मस्जिद कमेटी ने रंग को लेकर उठे विवाद को खारिज करते हुए कहा कि वही रंग किया जा रहा है, जो पहले से इस्तेमाल होता आया है। कमेटी के अनुसार, मजदूरों और सामग्री की व्यवस्था एएसआई द्वारा की जा रही है।


हाई कोर्ट ने उठाए थे एएसआई पर सवाल

12 मार्च को न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल की एकल पीठ ने सुनवाई के दौरान एएसआई की भूमिका पर सवाल उठाए थे। कोर्ट ने पूछा कि यदि मस्जिद कमेटी ने 1927 के करार का उल्लंघन किया था, तो एएसआई या सरकार ने करार निरस्त करने का नोटिस क्यों नहीं दिया? जब एएसआई को राष्ट्रीय धरोहर के संरक्षण का अधिकार प्राप्त है, तो अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी निभाने में ढिलाई क्यों बरती?


अगली सुनवाई 8 अप्रैल को

इस मामले में अब अगली सुनवाई 8 अप्रैल को होगी, जिसमें अदालत यह देखेगी कि एएसआई ने अपने संरक्षण की जिम्मेदारी कितनी प्रभावी ढंग से निभाई और क्या मस्जिद कमेटी ने निर्धारित शर्तों के तहत कार्य किया।




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