संवाददाता | फरवरी 11, 2025
वाराणसी। वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे विस्तारीकरण परियोजना के तहत 450 मीटर लंबी टनल और 2.40 किलोमीटर ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 440 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है, जिसे तीन किस्तों में जारी किया जाएगा। टनल निर्माण पूरा होने तक वाराणसी-सुलतानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-31) को नहीं तोड़ा जाएगा, ताकि यातायात प्रभावित न हो।

एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और एएआई (भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण) के बीच इस परियोजना पर सहमति बन गई है।
टनल के ऊपर से गुजरेंगे विमान, 500 टन भार सहने की क्षमता
इस टनल के ऊपर से ही बोइंग-777 समेत बड़े विमान उड़ान भरेंगे। टनल की गहराई 6.5 मीटर होगी और यह 500 टन तक भार सहन करने में सक्षम होगी। आईआईटी दिल्ली ने इस टनल का डिजाइन तैयार कर लिया है, जिसे एनएचएआई को सौंप दिया गया है।
ग्रीनफील्ड सड़क से मिलेगी कनेक्टिविटी
टनल की कनेक्टिविटी के लिए 2.40 किमी लंबी ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। यह सड़क पुरारघुनाथपुर, बसनी होते हुए सिसवां गांव तक बनेगी। इस प्रोजेक्ट को दो वर्षों के भीतर पूरा करना होगा।
फंडिंग और निर्माण प्रक्रिया
परियोजना के लिए 440 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली, जो तीन किस्तों में जारी किए जाएंगे।
पहली किस्त: 20% (88 करोड़ रुपये)
दूसरी किस्त: 30%
अंतिम किस्त: 50%
भूमि अधिग्रहण के लिए 218 करोड़ रुपये की मांग, जिसमें से 114 करोड़ रुपये आवंटित हो चुके हैं।
दो महीने में टेंडर प्रक्रिया पूरी होगी, और विशेषज्ञ कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
निर्माण कार्य पूरा होने के बाद 10 वर्षों तक मेंटेनेंस और मरम्मत की जिम्मेदारी ठेकेदार को दी जाएगी।
रनवे विस्तारीकरण के लिए बड़ा कदम
इस टनल के निर्माण से एयरपोर्ट के रनवे को 1700 मीटर तक विस्तारित किया जाएगा, जिससे बड़े विमानों की आवाजाही में कोई बाधा न आए। एनएचएआई और एएआई ने एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिससे परियोजना जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
वाराणसी के विकास में यह टनल और ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी, जिससे एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी और यातायात व्यवस्था मजबूत होगी।
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