लखनऊ में बिजली संकट पर बवाल: सड़कों पर उतरे लोग, पुलिस से झड़प
- संवाददाता
- 2 जून
- 2 मिनट पठन

राजधानी लखनऊ के अहिबरनपुर उपकेंद्र से जुड़े इलाकों में शनिवार रात बिजली संकट ने करीब 10 हजार उपभोक्ताओं को परेशान कर दिया। रात 9 बजे से लेकर देर रात 2 बजे तक बिजली की आवाजाही से लोग हलकान रहे। इस दौरान गुस्साए लोगों ने रात 12 से 2 बजे के बीच तीन बार उपकेंद्र का घेराव किया और सामने की सड़क पर जाम लगा दिया।
हालात तब और बिगड़ गए जब पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया, जिस पर प्रदर्शनकारियों ने जवाबी मोर्चा ले लिया। पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाकर सड़क खाली करानी पड़ी, लेकिन लोग तब तक उपकेंद्र पर डटे रहे जब तक बिजली बहाल नहीं कर दी गई। उपकेंद्र के कर्मचारी मौके से भाग निकले, जिसके बाद मुख्य अभियंता वी.पी. सिंह खुद रात 1:30 बजे उपकेंद्र पहुंचे और रात 2 बजे तक बिजली बहाल कराने की निगरानी करते रहे।
बीमार बच्चे की मां ने लगाई गुहार, क्षेत्र विशेष की बिजली चालू
रात 12:30 बजे एक महिला उपकेंद्र पहुंची और भावुक होकर बिजली चालू करने की गुहार लगाई। उसने बताया कि उसका बच्चा बीमार है और अभी-अभी अस्पताल से लौटे हैं। इस पर अधिकारियों ने खदरा इलाके की बिजली काटकर त्रिवेणीनगर की सप्लाई बहाल कर दी।
एक्सईएन ने मुख्य अभियंता को दिया ग़लत जवाब
बिजली आपूर्ति बाधित होने पर एक्सईएन सुशील कुमार ने उपभोक्ताओं की कॉल उठाना बंद कर दिया। जब मुख्य अभियंता ने उनकी लोकेशन पूछी तो उन्होंने दावा किया कि वे उपकेंद्र पर मौजूद हैं। लेकिन यह झूठ तब पकड़ा गया जब प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वह वहां नहीं हैं।
रविवार शाम तक बिजली का संकट बरकरार
हालांकि बिजली रात 2 बजे बहाल कर दी गई, लेकिन उपभोक्ताओं को रविवार शाम 6 बजे तक भी बिजली की अनियमित आपूर्ति से जूझना पड़ा।
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