मानसून और पश्चिमी विक्षोभ से तबाही, बारिश का सिलसिला जारी
- संवाददाता

- 3 सित॰
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प्रदेश में मानसून सक्रिय रहने के साथ-साथ पश्चिमी विक्षोभ भी जोर पकड़े हुए है। इसके चलते पिछले तीन दिनों से कई जिलों में लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है। नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और पहाड़ों पर भूस्खलन की घटनाओं में तेजी आई है, जिसके कारण सैकड़ों मार्ग बाधित हो गए हैं।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. चंद्र सिंह तोमर के अनुसार, बुधवार को देहरादून, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, बागेश्वर, चंपावत और ऊधमसिंह नगर में भारी बारिश की संभावना के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि अगले एक-दो दिन में मौजूदा सिस्टम आगे बढ़ेगा और हालात में सुधार हो सकता है।
इस बार मानसून समय पर पहुंचा और अब तक सामान्य से कहीं ज्यादा वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्यभर में अब तक 1237.1 मिमी बारिश हो चुकी है जबकि सामान्य औसत 999.8 मिमी है।
जिलों में बारिश के रिकॉर्ड टूटे हैं।
बागेश्वर में अब तक 2336.8 मिमी बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य से 246% ज्यादा है।
चमोली में 1203.7 मिमी, सामान्य से 92% अधिक।
टिहरी में 1268.4 मिमी, सामान्य से 57% अधिक।
हरिद्वार में 1296.6 मिमी, सामान्य से 53% अधिक।
देहरादून में 1617.2 मिमी, सामान्य से 29% अधिक वर्षा हो चुकी है।
विशेषज्ञ इन परिस्थितियों को 2013 की केदारनाथ आपदा से भी जोड़कर देख रहे हैं। हालाँकि, उम्मीद है कि कुछ ही दिनों में हालात में राहत मिलेगी।





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