पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी आरुषि निशंक का कांस डेब्यू: फैब्रिक वेस्ट से बनी ड्रेस में दिया पर्यावरण का संदेश
- ब्यूरो
- 22 मई
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उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की बेटी आरुषि निशंक ने इस साल फ्रांस में आयोजित प्रतिष्ठित कांस फिल्म फेस्टिवल में अपने रेड कार्पेट डेब्यू से न केवल ग्लैमर बिखेरा, बल्कि एक सशक्त वैश्विक संदेश भी दिया। अपनी पहली उपस्थिति में आरुषि ने एक ऐसी ड्रेस पहनी, जो पूरी तरह फैब्रिक वेस्ट से बनाई गई थी, यह न केवल एक फैशन स्टेटमेंट था, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सस्टेनेबिलिटी का प्रतीक भी बन गया।
फैशन के साथ जिम्मेदारी का संदेश
प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना, अभिनेत्री, निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचानी जाने वाली आरुषि ने सर्कुलर फैशन की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए यह विशेष परिधान पहना। उनकी ड्रेस शून्य-अपशिष्ट (Zero-Waste) डिजाइन तकनीक पर आधारित थी और इसमें बारीक कढ़ाई के साथ-साथ नैतिक रूप से संग्रहित और टिकाऊ तरीके से उत्पादित सामग्री का उपयोग किया गया था।
ड्रेस का हरा रंग जीवन, प्रकृति और स्थिरता के प्रतीक के रूप में चुना गया था, जिससे यह परिधान न केवल सौंदर्य में उत्कृष्ट था, बल्कि पर्यावरणीय जागरूकता की दिशा में एक रचनात्मक पहल भी साबित हुआ।
वैश्विक मंच पर भारत की सस्टेनेबिलिटी सोच की झलक
कांस फेस्टिवल के दौरान "Making India a Global Film Powerhouse" नामक सत्र में आरुषि विशेष अतिथि के रूप में भी शामिल हुईं। पैनल चर्चा में उन्होंने बताया कि कैसे आज का फैशन उद्योग पारंपरिक सामग्रियों के बजाय पर्यावरण के अनुकूल स्रोतों की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि फैशन और फिल्मों के क्षेत्र में अब स्थायित्व और जिम्मेदार उपभोग के सिद्धांतों को प्राथमिकता मिल रही है।
संयुक्त राष्ट्र में भी रख चुकी हैं अपनी बात
यह पहली बार नहीं है जब आरुषि ने वैश्विक मंच पर पर्यावरण की आवाज़ बुलंद की हो। इससे पहले वे संयुक्त राष्ट्र, जिनेवा में आयोजित एक कार्यक्रम में भी भाग ले चुकी हैं, जहां उन्होंने जल संरक्षण और पर्यावरणीय नीतियों पर अपने विचार रखे थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि सर्कुलर अर्थव्यवस्था किसी भी देश की मुख्यधारा अर्थव्यवस्था को मज़बूती दे सकती है और यह नीति केवल पर्यावरण के लिए ही नहीं, बल्कि आर्थिक विकास के लिए भी बेहद कारगर है।
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