ब्यूरो | मार्च 4, 2025
चंदौली: भारतीय रेलवे के पीडीडीयू (पं. दीन दयाल उपाध्याय) रेल मंडल में पदोन्नति में रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। मंडल रेल कार्यालय में छापा मारते हुए तीन रेलवे अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया और करीब ₹1 करोड़ की अवैध राशि बरामद की गई।

कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में 15 से 16 कर्मचारियों का प्रमोशन हुआ था, जिसके बदले कार्मिक विभाग द्वारा प्रत्येक कर्मचारी से ₹30,000 की रिश्वत ली गई। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने कार्रवाई की और सोमवार रात को नौ लोको पायलटों को हिरासत में लिया।
मंडल रेल कार्यालय सीबीआई के घेरे में
मंगलवार सुबह सीबीआई ने पीडीडीयू मंडल रेल कार्यालय को अपने नियंत्रण में ले लिया और किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। डीआरएम सभागार में 35 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की गई। सीबीआई की छापेमारी सिर्फ पीडीडीयू रेल मंडल तक सीमित नहीं रही, बल्कि अन्य रेल मंडलों में भी जांच चल रही है।
तीन रेलवे अधिकारी गिरफ्तार, कई रेलकर्मी हिरासत में
गहन पूछताछ के बाद सीबीआई ने तीन रेलवे अधिकारियों को गिरफ्तार किया और छापेमारी में ₹1 करोड़ से अधिक की अवैध राशि बरामद की। इसके अलावा, 19 लोको पायलटों समेत 29 रेलकर्मियों को हिरासत में लिया गया।
परीक्षा में धांधली के आरोप
मंगलवार को पीडीडीयू नगर स्थित रेलवे इंटर कॉलेज में लोको पायलट इंस्ट्रक्टर पद की परीक्षा होनी थी। आरोप है कि अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से इस परीक्षा में पास कराने के लिए लोको पायलटों से लाखों रुपये की वसूली की गई थी। इन उम्मीदवारों को अलग-अलग ठिकानों पर ठहराया गया था, जहां से कई को हिरासत में लिया गया।
सीबीआई की जांच जारी
सीबीआई अब सीनियर डीईई (टीआरडी), सीनियर डीईई (आ.), सीनियर डीपीओ सहित कई अन्य अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। वहीं, अन्य रेल मंडलों में भी इस घोटाले से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
इस बड़े खुलासे के बाद रेलवे में पदोन्नति प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। मामले में आगे की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारी हो सकती है।
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