खाटूश्याम दर्शन को निकले परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, मां और दो बेटों की मौत, तीन गंभीर
- संवाददाता
- 22 मई
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राजस्थान के जयपुर में बुधवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे ने एक ही परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। लखनऊ के नगराम क्षेत्र के हरदोइया गांव से खाटूश्याम मंदिर दर्शन के लिए निकले छह सदस्यीय परिवार की कार एक ट्रक से टकरा गई। हादसे में मां और दो बेटों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के तीन अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसा कैसे हुआ?
यह दर्दनाक घटना जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के रायसर इलाके में मनोहरपुर-दौसा हाईवे पर हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दौसा की ओर जा रहे एक ट्रक का अचानक दाहिना टायर फट गया। अनियंत्रित ट्रक सड़क पर घिसटता हुआ अचानक रुक गया। उसी समय सामने से आ रही कार ट्रक से सीधी भिड़ गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें बैठे लोग फंस गए।
मौत का मातम: मां और दो बेटे नहीं रहे
कार में हरदोइया गांव निवासी राहुल (36), उनका छोटा भाई नितिन उर्फ पारूल (32), मां ललिता देवी (55), राहुल की पत्नी विद्या देवी और उनके दो बच्चे सात्विक और रणजीत सवार थे। हादसे के बाद जब पुलिस और राहगीरों की मदद से कार को काटकर सभी को बाहर निकाला गया, तब तक ललिता देवी और उनके दोनों बेटे राहुल और नितिन की मौत हो चुकी थी।
तीन की हालत गंभीर, जयपुर में इलाज जारी
राहुल की पत्नी विद्या देवी और उनके दोनों बेटों की हालत नाजुक बताई जा रही है और उनका इलाज जयपुर के एक अस्पताल में चल रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के अन्य सदस्य जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं।
गांव में शोक की लहर
हरदोइया गांव में इस खबर से मातम पसर गया है। गांव के लोग स्तब्ध हैं और मृतकों को याद करते हुए गमगीन माहौल में डूबे हैं। ग्राम प्रधान विजय चौरसिया के अनुसार, मृतक राहुल और नितिन मिलनसार और व्यवहारिक थे। उनके पिता रामबाबू कनौजिया, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और सुनने में भी अक्षम हैं, बेटे और पत्नी की मृत्यु की खबर सुनकर गहरे सदमे में हैं।
कर्मचारी और अभ्यर्थी थे मृतक
जानकारी के अनुसार, राहुल सरकारी नौकरी करते थे जबकि छोटा भाई नितिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उनका यह धार्मिक यात्रा परिवार के साथ सुकून भरे पल बिताने का एक प्रयास था, जो अब एक भयानक त्रासदी में बदल गया है।
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