कानपुर में 15 साल की 8.43 लाख रजिस्ट्रियां मार्च के अंत तक होंगी ऑनलाइन, घर बैठे मिलेगी जानकारी
- संवाददाता
- 17 मार्च
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संवाददाता | मार्च 17, 2025
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में 15 साल पुरानी 8.43 लाख रजिस्ट्रियां इसी महीने के अंत तक ऑनलाइन हो जाएंगी। इसके बाद लोग घर बैठे अपनी रजिस्ट्री की जानकारी ले सकेंगे, जिससे प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सरल हो जाएगी।

पुराने रिकॉर्ड को डिजिटल रूप में संरक्षित करने की पहल
रजिस्ट्रियों के डिजिटलीकरण से न केवल पुराने दस्तावेजों को सुरक्षित रखा जा सकेगा, बल्कि फर्जीवाड़े और गड़बड़ियों पर भी अंकुश लगेगा। अब सत्यापन की प्रक्रिया भी तेज और आसान होगी।
2002 से 2017 तक की रजिस्ट्रियां पहले चरण में होंगी ऑनलाइन
सरकार ने 2017 से पहले की रजिस्ट्रियों को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में 2002 से 2017 तक की रजिस्ट्रियों को अपलोड किया जाएगा, जिस पर पिछले डेढ़ साल से काम जारी है। इसके बाद 1990 से 2002 तक की रजिस्ट्रियां भी डिजिटल की जाएंगी।
शहर और तहसीलों में जारी है डिजिटलीकरण का कार्य
फूलबाग, बिल्हौर और घाटमपुर तहसीलों में इस कार्य को तेजी से किया जा रहा है। नर्वल तहसील, जो बाद में गठित हुई, वहां की सभी रजिस्ट्रियां पहले से ही कंप्यूटराइज्ड हैं।
ऑनलाइन रजिस्ट्री से भूमि विवादों पर लगेगी लगाम
अतिरिक्त महानिरीक्षक (एआईजी) स्टांप श्याम सिंह बिसेन के मुताबिक, मार्च के अंत तक सभी रजिस्ट्रियां ऑनलाइन हो जाएंगी। इसके बाद लोग पुरानी रजिस्ट्रियां भी घर बैठे देख सकेंगे, जिससे भूमि विवादों में कमी आएगी और बेनामी संपत्तियों पर लगाम लगाई जा सकेगी।
फतेहपुर: सगे भाइयों से धोखाधड़ी कर 6 लाख की जमीन हड़पी, जांच के आदेश
फतेहपुर में एक व्यक्ति ने सगे भाइयों से भूमि बैनामा कराकर उन्हें तीन-तीन लाख रुपये के चेक दिए, लेकिन बाद में बैंक में भुगतान रुकवा दिया। धोखाधड़ी की शिकायत के बाद कोर्ट में रजिस्ट्री निरस्त करने का वाद दायर किया गया। आरोपित पर राजस्व टीम की मिलीभगत से कब्जे की कोशिश करने का आरोप है, जिसे लेकर पीड़ितों ने एसडीएम से शिकायत की। एसडीएम ने सुल्तानपुर घोष पुलिस को जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
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