संवाददाता | फरवरी 24, 2025
प्रयागराज। अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड को दो साल पूरे हो गए, लेकिन इस मामले में फरार अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन समेत तीन महिला अपराधी अब भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। इन पर पुलिस लगातार शिकंजा कसने की कोशिश कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिली है। सोमवार को उमेश पाल की दूसरी पुण्यतिथि पर सुलेमसराय स्थित गेस्ट हाउस में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई, जिसमें कई राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हुईं।

अब तक नहीं मिली पुलिस को सफलता
24 फरवरी 2023 को अधिवक्ता उमेश पाल की दिनदहाड़े गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में उनके दो सरकारी गनर—संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की भी मौत हो गई थी। इस मामले में माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, बेटे असद, पत्नी शाइस्ता परवीन, बहन नूरी, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, अरबाज समेत कई लोगों के खिलाफ हत्या और साजिश रचने के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
तीनों महिला अपराधी अब भी फरार
अतीक अहमद और उसके बेटे असद को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था, जबकि अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या काल्विन अस्पताल परिसर में कर दी गई थी। इसके बावजूद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, बहन नूरी और भाभी जैनब फातिमा अब तक फरार हैं। पुलिस, एसओजी और एसटीएफ लगातार उनकी तलाश में जुटी हैं, लेकिन अब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
शाइस्ता पर बढ़ा इनाम, दिल्ली में छिपने की आशंका
फरार चल रही शाइस्ता परवीन पर पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था, जिसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया है। हाल ही में अतीक अहमद के भांजे जका की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। जका ने पूछताछ में बताया कि सात महीने पहले उसकी शाइस्ता से दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मुलाकात हुई थी। इससे यह संभावना जताई जा रही है कि वह अपने पति के ठिकानों के बारे में जानती है और
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