उत्तरकाशी हेलिकॉप्टर हादसा: श्रद्धालु यात्रियों की जान गई, एक घायल; प्रशासन और मौसम पर उठे सवाल
- संवाददाता
- 8 मई
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उत्तरकाशी ज़िले में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में श्रद्धालुओं से भरा एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा सुबह करीब 8:45 बजे गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी क्षेत्र के समीप हुआ, जब एयरोट्रांस कंपनी का हेलिकॉप्टर सहस्त्रधारा हेलीपैड से हर्षिल के लिए उड़ान भरने के बाद रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हेलिकॉप्टर में सात लोग सवार थे, जिनमें से छह की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में चार महिलाएं मुंबई से, एक महिला आंध्रप्रदेश से और पायलट गुजरात से थे। हादसे में घायल हुए एक यात्री को गंभीर स्थिति में एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है।
दुर्घटना के बाद त्वरित राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरूजैसे ही दुर्घटना की सूचना मिली, पुलिस, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें घटनास्थल की ओर रवाना हुईं और तत्काल बचाव कार्य शुरू किया गया। राहत दल ने मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने, घायलों को निकालने और मृतकों की पहचान में तेजी दिखाई।
मृतकों के नाम:
काला सोनी (61), मुंबई
विजया रेड्डी (57), मुंबई
रुचि अग्रवाल (56), मुंबई
राधा अग्रवाल (79), उत्तर प्रदेश
वेदवती कुमारी (48), आंध्र प्रदेश
रॉबिन सिंह (60), गुजरात – पायलट
घायल यात्री:
मस्तू भास्कर (51), आंध्र प्रदेश
मुख्यमंत्री धामी ने जताया शोक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा, “ईश्वर सभी दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।” मुख्यमंत्री ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और घायलों को हर संभव सहायता देने के निर्देश भी दिए।
चारधाम यात्रा पर फिर उठे सुरक्षा के सवाल
यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा कर रहे हैं। कई लोग हेली सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। इस हादसे के बाद यात्रा के दौरान मौसम और हेली सेवा की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद उड़ानें जारी
हादसे के दिन ही मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की संभावना जताई थी। बावजूद इसके हेलिकॉप्टर सेवाओं का संचालन किया जा रहा था। इससे पहले 5 मई को भी बदरीनाथ से देहरादून जा रहा एक हेलिकॉप्टर मौसम खराब होने के कारण गोपेश्वर में इमरजेंसी लैंडिंग कर चुका है।
सुधार कार्यों के बीच बाधित लैंडिंग व्यवस्था
गोपेश्वर पुलिस मैदान में उस दिन भी निर्माण कार्य के चलते हेलिकॉप्टर को बैडमिंटन हॉल वाले खेल मैदान में लैंड कराना पड़ा था, जिससे यह साफ होता है कि लैंडिंग व्यवस्था में अभी भी समुचित तैयारी नहीं है।
अब ज़रूरी है मौसम के मिज़ाज से समझदारी इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा और हवाई सेवाओं को लेकर अतिरिक्त सतर्कता और मौसम की सटीक समझ आवश्यक है। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए और हर उड़ान से पहले मौसम की पुष्टि अनिवार्य हो।
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